कहने को ही मैं अकेला हूंकहने को ही मैं अकेला हूं..पर हम चार है.एक मैं..मेरी परछाई..मेरी तन्हाई.. और तेरा एहसास.
तन्हा बैठकर न देख हाथों की लकीरे अपनीतन्हा बैठकर न देख हाथों की लकीरे अपनीउठ बाँध कमर और लिख दे खुद तकदीर अपनी