कल रात को खोल कर देखी यादों की किताबकल रात को खोल कर देखी यादों की किताबरो पड़े कि क्या क्या खोया है हमने ऐ ज़िंदगी
मैंने दिल से कहामैंने दिल से कहा, उसे थोड़ा कम याद किया करदिल ने कहा वो सांस है तेरी, तू साँस ही मत लिया कर
यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती हैंयादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती हैंसोंधी सोंधी लगती है तब माज़ी की रुस्वाई भी
फुर्सत में भी फुर्सत नहीं मिली उन्हें हमें याद करने कीफुर्सत में भी फुर्सत नहीं मिली उन्हें हमें याद करने कीआजकल हम किसी के लिये इतने फ़िज़ूल हो गये
याददाश्त का कमज़ोर होना कोई बुरी बात नहीं है ज़नाबयाददाश्त का कमज़ोर होना कोई बुरी बात नहीं है ज़नाबबहुत बेचैन रहते हैं वो लोग जिन्हें हर बात याद आती रहती है
कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनियाकितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनियाजब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो