हाल तो पूछ लूँ तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरीहाल तो पूछ लूँ तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरीज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है
मोहब्बत खुद बताती हैमोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना हैकिसे आँखों में रखना है, किसे दिल में बसाना है
जफा जो इश्क में होती है वह जफा ही नहींजफा जो इश्क में होती है वह जफा ही नहींसितम न हो तो मोहब्बत में कुछ मजा ही नहींMeaningजफा - जुल्