जागने की भीजागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाएकाश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाएदूर हम कितने दिन से हैं, ये कभी गौर कियाफिर न कहना जो अमानत में खयानत हो जाए
पहली मोहब्बत पुराने मुक़द्दमे की तरह होती हैपहली मोहब्बत पुराने मुक़द्दमे की तरह होती हैन ख़त्म होती है और न इन्सान बाइज्जत बरी होता है