कभी फुर्सत मिले तो इतना जरुर बतानाकभी फुर्सत मिले तो इतना जरुर बतानावो कौन सी मोहब्बत थी जो हम तुम्हें दे ना सके
अगर हमारी उल्फतों से तंग आ जाओ तो बता देनाअगर हमारी उल्फतों से तंग आ जाओ तो बता देनाहमें नफरत तो गवारा है मगर दिखावे की मोहब्बत नहीं
खफा न होना हमसेखफा न होना हमसे, अगर तेरा नाम जुबां पर आ जाये;इंकार हुआ तो सह लेंगे और अगर दुनिया हंसी, तो कह देंगे;कि मोहब्बत कोई चीज़ नहीं, जो खैरात में मिल जाये;चमचमाता कोई जुगनू नहीं, जो हर रात में मिल जाये;
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीमेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीवो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नहीये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वोसामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!
तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमकोतुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमकोमेरी बात और है, मैने तो मोहब्बत की है