ना आना लेकर उसे मेरे जनाजे मेंना आना लेकर उसे मेरे जनाजे मेंमेरी मोहब्बत की तौहीन होगीमैं चार लोगो के कंधे पर हूंगाऔर मेरी जान पैदल होगी
जो दिल से करीब हो उसे रुसवा नहीं कहतेजो दिल से करीब हो उसे रुसवा नहीं कहतेयूं अपनी मोहब्बत का तमाशा नहीं करतेखामोश रहेंगे तो घुटन और बढ़ेगीइसलिए अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते