तू देख कि तेरी जफा के बाद रिश्तों का क्या हाल हुआतू देख कि तेरी जफा के बाद रिश्तों का क्या हाल हुआमोहब्बत गयी लगन गयी ऐतबार गया यूं हर रिश्ता हमारा हार गया
किसी को इतना भी ना चाहो किकिसी को इतना भी ना चाहो कि, भुलाना मुश्किल हो जाएक्योंकि जिंदगी, इन्सान, और मोहब्बत तीनो बेवफा है
हो चुके अब तुम किसी केहो चुके अब तुम किसी केकभी मेरी ज़िंदगी थे तुमभूलता है कौन मोहब्बत पहलीमेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम
कहने देती नहीं कुछ मुँह से मोहब्बत मेरीकहने देती नहीं कुछ मुँह से मोहब्बत मेरीलब पे रह जाती है आ आ के शिकायत मेरी
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सकाग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सकामेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सकाग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गयाग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया