किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दोकिसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दोलेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दोमत चाहो किसी को टूट कर इस कदरकि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो
दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बतदुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बतदर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बतजब कुछ भी अच्छा ना लगे हमें दुनिया मेंतब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत
करते हैं हम तुमसे मोहब्बतकरते हैं हम तुमसे मोहब्बतहमारी खता यह माफ़ करनाहै अगर बदनाम मोहब्बत हमारीतुम प्यार को बदनाम मत करना
चंद फाँसले हों दरमियाँ ये भी लाज़मी हैचंद फाँसले हों दरमियाँ ये भी लाज़मी हैडरता हूँ अगर नज़दीकियाँ बढ़ गई तोकहीं मोहब्बत ना हो जाए शख़्सियत से तेरी
मोहब्बत के लबोँ पर फिर वही तकरार बैठी हैमोहब्बत के लबोँ पर फिर वही तकरार बैठी हैएक प्यारी सी मीठी सी कोई झनकार बैठी हैतुझसे दूर रहकर के हमारा हाल है ऐसामैँ तेरे बिन यहाँ तू मेरे बिन वहाँ बेकार बैठी है
मोहब्बत एक दम दुख का मुदावा कर नहीं देतीमोहब्बत एक दम दुख का मुदावा कर नहीं देतीये तितली बैठती है ज़ख़्म पर आहिस्ता आहिस्ता