हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत काहर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत काकभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो
तुझे मोहब्बत करना नहीं आतातुझे मोहब्बत करना नहीं आतामुझे मोहब्बत के सिवा कुछ आता नहींज़िंदगी गुज़ारने के दो ही तरीके हैंएक तुझे नहीं आता, एक मुझे नहीं आता
तुझे मोहब्बत करना नहीं आतातुझे मोहब्बत करना नहीं आतामुझे मोहब्बत के सिवा कुछ और नहीं आताज़िन्दगी गुजारने के बस दो ही तरीके हैंएक तुझे नहीं आता और एक मुझे नहीं आता
उसको क्या सज़ा दूँ जिसने मोहब्बत में हमारा दिल तोड़ दियाउसको क्या सज़ा दूँ जिसने मोहब्बत में हमारा दिल तोड़ दियागुनाह तो हमने किया जो उसकी बातों को मोहब्बत का रंग दे दिया
कितना अजीब है लोगों का अंदाज़-ए-मोहब्बतकितना अजीब है लोगों का अंदाज़-ए-मोहब्बतरोज़ एक नया ज़ख्म देकर कहते हैं अपना ख्याल रखना