गिले-शिकवे ज़रूरी हैं अगर सच्ची मोहब्बत हैगिले-शिकवे ज़रूरी हैं अगर सच्ची मोहब्बत हैजहाँ पानी बहुत गहरा हो थोड़ी काई रहती है
लोग कहते हैं मोहब्बत में असर होता हैलोग कहते हैं मोहब्बत में असर होता हैकौन से शहर में होता है किधर होता है
क्यों करते हो मुझसे इतनी ख़ामोश मोहब्बतक्यों करते हो मुझसे इतनी ख़ामोश मोहब्बतलोग समझते है इस बदनसीब का कोई नहीं
दो दिलो की मोहब्बत से जलते हैं लोगदो दिलो की मोहब्बत से जलते हैं लोगतरह-तरह की बातें तो करते हैं लोगजब चाँद और सूरज का होता है खुलकर मिलनतो उसे भी "सूर्य ग्रहण" तक कहते हैं लोग
मोहब्बत नापने का कोई पैमाना नहीं होतामोहब्बत नापने का कोई पैमाना नहीं होताकहीं तू बढ़ भी सकता है, कहीं तू मुझ से कम होगा