क्या हूँ मैं और क्या समझते हैक्या हूँ मैं और क्या समझते हैसब राज़ नहीं होते बताने वालेकभी तनहाइयों में आकर देखनाकैसे रोते है सबको हंसाने वाले
जब भी मैं तेरे सामने होता हूँजब भी मैं तेरे सामने होता हूँना जाने क्यों ऐसा लगता हैयह वक़्त यहीं थम जाएज़माना ना जाने क्यों इतना तेज़ बहता है