रख हौंसलारख हौंसला, वो मंजर भी आएगाप्यासे के पास समंदर भी आएगाथक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफिरतुझे मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा
एक अजीब सा मंजर नज़र आता हैएक अजीब सा मंजर नज़र आता हैहर एक आँसूं समंदर नज़र आता हैकहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपनाहर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता है
एक अजीब सा मंजर नज़र आता हैएक अजीब सा मंजर नज़र आता हैहर एक आंसू समंदर नज़र आता हैकहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपनाहर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता है