काश उसे चाहने का अरमान ना होताकाश उसे चाहने का अरमान ना होतामैं होश में रहते हुए अनजान ना होताना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हम कोया फिर कोई पत्थर दिल इंसान ना होता
मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहींमैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं;कैसे कह दूं कि मुझे तुमसे प्यार नहीं;कुछ शरारत तो तेरी नज़रों में भी थी;मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं
दिल से मिले दिल तो सजा देते है लोगदिल से मिले दिल तो सजा देते है लोग;प्यार के जज्बातों को डुबा देते है लोग;दो इँसानो को मिलते कैसे देख सकते है;जब साथ बैठे दो परिन्दो को भी उठा देते है लोग...
मेरी कबर पे वो रोने आये हैंमेरी कबर पे वो रोने आये हैंहम से प्यार है ये कहने आये हैंजब ज़िंदा थे तो रुलाया बहुतअब आराम से सोये हैं तो जगाने आये हैं
सिर्फ इतना ही कहा हैसिर्फ इतना ही कहा है, प्यार है तुमसेजज्बातों की कोई नुमाईश नहीं कीप्यार के बदले सिर्फ प्यार मांगती हूँरिश्ते की तो कोई गुज़ारिश ही नहीं की
तुझको याद करके रोता है अब दीवाना तेरातुझको याद करके रोता है अब दीवाना तेराजो ना भूल पाएगा कभी भी ठुकराना तेरातुम हमें भूल जाओ शायद ये फितरत है तेरीमुश्किल है हमारे लिए प्यार भुलाना तेरा