आपने नज़र से नज़र कब मिला दीआपने नज़र से नज़र कब मिला दीहमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दीजुबां से तो हम कुछ भी न कह सकेपर निगाहों ने दिल की कहानी सुना दी
नज़र को नज़र की खबर न लगेनज़र को नज़र की खबर न लगेकोई अच्छा भी इस कदर न लगेआपको देखा है बस उस नज़र सेजिस नज़र से आपको नज़र न लगे
अच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता हैअच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता हैकिसी आफ़त में न डाले दिल-ए-नाशाद मुझे
अच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता हैअच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता हैकिसी आफ़त में न डाले दिल-ए-नाशाद मुझे
तिरछी नज़रों से न देखो आशिक़-ए-दिल-गीर कोतिरछी नज़रों से न देखो आशिक़-ए-दिल-गीर कोकैसे तीर-अंदाज़ हो सीधा तो कर लो तीर को
फिरते हुए किसी की नज़र देखते रहे हमफिरते हुए किसी की नज़र देखते रहे हमउधर दिल का ख़ून हो रहा था मगर देखते रहे हम