दिल में अब यूँदिल में अब यूँ..दिल में अब यूँ तेरे भूले हुये ग़म आते है.जैसे बिछड़े हुये काबे में सनम आते हैरक़्स-ए-मय तेज़ करो, साज़ की लय तेज़ करो;सू-ए-मैख़ाना सफ़ीरान-ए-हरम आते है;.और कुछ देर न गुज़रे शब-ए-फ़ुर्क़त से कहो ;दिल भी कम दुखता है वो याद भी कम आते है;.इक इक कर के हुये जाते हैं तारे रौशन ;मेरी मन्ज़िल की तरफ़ तेरे क़दम आते है;.कुछ हमीं को नहीं एहसान उठाने का दिमाग.वो तो जब आते हैं माइल-ब-करम आते है।
दिल में अब यूँदिल में अब यूँ...दिल में अब यूँ तेरे भूले हुए ग़म आते है;जैसे बिछड़े हुए काबे में सनम आते है; रक़्स-ए-मय तेज़ करो, साज़ की लय तेज़ करो;सू-ए-मैख़ाना सफ़ीरान-ए-हरम आते है;.और कुछ देर न गुज़रे शब-ए-फ़ुर्क़त से कहो;दिल भी कम दुखता है वो याद भी कम आते है; इक इक कर के हुये जाते हैं तारे रौशन;मेरी मन्ज़िल की तरफ़ तेरे क़दम आते है;.कुछ हमीं को नहीं एहसान उठाने का दिमाग;वो तो जब आते हैं माइल-ब-करम आते है
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैंरात को जब चाँद सितारे चमकते हैंहम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैंआप तो चले गए हो छोड़कर हम कोमगर हम मिलने को तरसते है
जिनके राहों में हमने बिछाये थे सितारेजिनके राहों में हमने बिछाये थे सितारेउनसे कहते हैं हरपाल आंसुओं के सहारेहो गए हैं सारे शिकवे कितने किनारेमगर फिर भी क्यों वो हुए ना हमारे
तु चाँद और मैं सितारा होतातु चाँद और मैं सितारा होताआसमान में एक आशियाना हमारा होतालोग तुम्हे दूर से देखतेनज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता