वो तो अपने दर्द रो-रो के सुनते रहेवो तो अपने दर्द रो-रो के सुनते रहेहमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहेऔर हमें बेवफा का नाम मिला क्योंकिहम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे!
प्यार किसी से जितना किया रुस्वाई ही मिली हैप्यार किसी से जितना किया रुस्वाई ही मिली हैवफ़ा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली हैजितना भी किसी को अपना बना कर देखाजब आँख खुली तो तन्हाई ही मिली है
प्यार वो हम को बेपनाह कर गयेप्यार वो हम को बेपनाह कर गयेफिर ज़िंदगी में हम को तन्हा कर गयेचाहत थी उनके इश्क में फ़नाह होने कीपर वो लौट कर आने को भी मना कर गये
जिनको हमने चाहा मोहब्बत की हदें तोड़ करजिनको हमने चाहा मोहब्बत की हदें तोड़ करआज उसने देखा नहीं निगाह मोड़ करये जान कर बहुत दुःख हुआ मुझेकि वो खुद भी तन्हा हो गये मुझे छोड़ कर
Love Shayari, Utar ke dekhउतर के देख मेरी चाहत की गहराई मैसोचना मेरे बारे मै रात की तन्हाई मैअगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हेतो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई मै…Utar ke dekh meri chahat ki gehrai meinSochna mere bare mein raat ki tanhai meinAgar ho jaye meri chahat ka ehsas tumheinTo milega mera aks tumhein apni hi parchhai mein…