भीड़ में भी आज भी तन्हा खड़े हैंभीड़ में भी आज भी तन्हा खड़े हैंजहाँ उनका साथ होना था वहाँ भी अकेले खड़े हैं
जब महफ़िल में भी तन्हाई पास होजब महफ़िल में भी तन्हाई पास होरोशनी में भी अँधेरे का एहसास होतब किसी खास की याद में मुस्कुरा दोशायद वो भी आपके इंतजार में उदास हो
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयीतन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयीकिस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयीमहकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार कोबस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयीतन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयीकिस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयीमहकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार कोबस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी
जब भी तन्हाई में उनके बगैर जीने की बात आयीजब भी तन्हाई में उनके बगैर जीने की बात आयीउनसे हुई हर एक मुलाकात मेरी यादों में दौड आई
कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भीकितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भीहजारो अपने है मगर याद सिर्फ वो ही आता है