काम करो ऐसाकाम करो ऐसा, कि पहचान बन जायेहर कदम ऐसा चलो, कि निशान बन जायेयहाँ ज़िन्दगी तो सभी काट लेते हैंज़िन्दगी जियो ऐसी, कि मिसाल बन जाये
देखा है ज़िन्दगी को कुछ इतना करीब सेदेखा है ज़िन्दगी को कुछ इतना करीब सेचहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब सेसाहिर लुधियानवी!
मरता नहीं कोई किसी के बगैर ये हकीकत है ज़िन्दगी कीमरता नहीं कोई किसी के बगैर ये हकीकत है ज़िन्दगी कलेकिन सिर्फ सांसें लेने को 'जीना' तो नहीं कहते
तकदीरें बदल जाती हैतकदीरें बदल जाती है, जब ज़िन्दगी का कोई मकसद होवरना ज़िन्दगी तो कट ही जाती है, तकदीर को इल्जाम देते देते
कितना मुश्किल है ज़िन्दगी का ये सफ़रकितना मुश्किल है ज़िन्दगी का ये सफ़रखुदा ने मरना हराम किया, लोगों ने जीना!