हुआ जब इश्क़ का एहसास उन्हेंहुआ जब इश्क़ का एहसास उन्हेंआकर वो पास हमारे सारा दिन रोते रहेहम भी निकले खुदगर्ज़ इतने यारो किओढ़ कर कफ़न, आँखें बंद करके सोते रहे
एहसास बदल जाते हैं बस और कुछ नहींएहसास बदल जाते हैं बस और कुछ नहींवरना नफरत और मोहब्बत एक ही दिल से होती है
तकलीफ़ मिट गयी मगर एहसास रह गयातकलीफ़ मिट गयी मगर एहसास रह गयाख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया
आस पास तेरा एहसास अब भी लिये बैठें हैंआस पास तेरा एहसास अब भी लिये बैठें हैंतू ही नज़र अंदाज़ करे तो हम शिकवा किससे करें