एक सिलसिले की उम्मीद थी जिनसेएक सिलसिले की उम्मीद थी जिनसेवही फ़ासले बनाते गयेहम तो पास आने की कोशिश में थेना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये
कोई उम्मीद बर नहीं आतीकोई उम्मीद बर नहीं आती;कोई सूरत नज़र नहीं आती;मौत का एक दिन मु'अय्यन है;नींद क्यों रात भर नहीं आती
वफ़ा की उम्मीद मत रखो इस दुनिया मेंवफ़ा की उम्मीद मत रखो इस दुनिया मेंजब दुआ कबूल नहीं होती तो लोग भगवान बदल लेते हैं