आशिकी सब्र-तलब और तमन्ना बेताबआशिकी सब्र-तलब और तमन्ना बेताबदिल का क्या रंग करूँ खून-ए-जिगर होने तकहम ने माना के तगाफुल ना करोगे लेकिन ख़ाक हो जायेंगे हम तुम को खबर होने तक
चिलम को पता है अंगारों से आशिकी का अंजामचिलम को पता है अंगारों से आशिकी का अंजामदिल में धुआँ और दामन में बस राख ही रह जाएगी