कभी अकेले में मिलकभी अकेले में मिल..कभी अकेले में मिल कर झंझोड़ दूंगा उसेजहाँ-जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूंगा उसे;मुझे छोड़ गया ये कमाल है उस काइरादा मैंने किया था के छोड़ दूंगा उसेपसीने बांटता फिरता है हर तरफ सूरजकभी जो हाथ लगा तो निचोड़ दूंगा उसे.मज़ा चखा के ही माना हूँ मैं भी दुनिया कोसमझ रही थी के ऐसे ही छोड़ दूंगा उसे.बचा के रखता है खुद को वो मुझ से शीशाबदन;उसे ये डर है के तोड़-फोड़ दूंगा उसे
कभी अकेले में मिलकभी अकेले में मिल..कभी अकेले में मिल कर झंझोड़ दूंगा उसेजहाँ-जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूंगा उसे;मुझे छोड़ गया ये कमाल है उस काइरादा मैंने किया था के छोड़ दूंगा उसेपसीने बांटता फिरता है हर तरफ सूरजकभी जो हाथ लगा तो निचोड़ दूंगा उसे.मज़ा चखा के ही माना हूँ मैं भी दुनिया कोसमझ रही थी के ऐसे ही छोड़ दूंगा उसे.बचा के रखता है खुद को वो मुझ से शीशाबदन;उसे ये डर है के तोड़-फोड़ दूंगा उसे
छेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनोछेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनोबात में तुम तो ख़फ़ा हो गये, लो और सुनोतुम कहोगे जिसे कुछ, क्यूँ न कहेगा तुम कोछोड़ देवेगा भला, देख तो लो, और सुनोयही इंसाफ़ है कुछ सोचो तो अपने दिल मेंतुम तो सौ कह लो, मेरी एक न सुनो और सुनोआफ़रीं तुम पे, यही चाहिए शाबाश तुम्हेंदेख रोता मुझे यूँ हँसने लगो और सुनोबात मेरी नहीं सुनते जो अकेले मिल करऐसे ही ढँग से सुनाऊँ के सुनो और सुनो
दिल में आंसुओं के मेले हैंदिल में आंसुओं के मेले हैंतुम बिन, हम बहुत अकेले हैंसब कुछ छोड़कर, "एस एम् एस" तुम्हें करते हैंदेखो हम कितने वेल्ले हैं
हँसोगे तो साथ हँसेगी दुनिया बैठ अकेले रोना होगाहँसोगे तो साथ हँसेगी दुनिया बैठ अकेले रोना होगाचुपके चुपके बहा कर आँसू दिल के दुःख को धोना होगाबैरन रीत बड़ी दुनिया की आँख से जो भी टपका मोतीपलकों से ही उठाना होगा पलकों से ही पिरोना होगा
पास आकर सभी दूर चले जाते हैंपास आकर सभी दूर चले जाते हैंअकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैंइस दिल का दर्द दिखाएँ किसेमल्हम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं