जाने क्यों अकेले रहने को मज़बूर हो गएजाने क्यों अकेले रहने को मज़बूर हो गएयादों के साये भी हमसे दूर हो गएहो गए तन्हा इस महफ़िल मेंकि हमारे अपने भी हमसे दूर हो गए
अकेले हम ही शामिल नहीं हैं इस जुर्म में जनाबअकेले हम ही शामिल नहीं हैं इस जुर्म में जनाबनजरें जब भी मिली थी मुस्कराये तुम भी थे