जिंदगी में दर्द सब सहते रहेजिंदगी में दर्द सब सहते रहेजो मिला था प्यार हम खोते रहेनफरतों के बीच नाजुक दिल मेरातोड़ के वादे सभी चलते रहेबढ रही बेचैनियां मेरी यहाँरात को तुम ख्वाब में आते रहेलौट आयी जिंदगी फिर से वहींपेट की उस भूख से रोते रहेआँखों में छाया नशा है प्यार काइश्क में तेरे वफा मिलते रहेचाहतों के दरमियां इंतजार हैभूलकर भी आज हम मिलते रहेरख लिया पत्थर दिलों में हमने भीदर्द की दास्तान को सुनते रहे
जिसको दिल में बसाया हमने वो दूर हमसे रहने लगेजिसको दिल में बसाया हमने वो दूर हमसे रहने लगेजिनको अपना माना हमने वो पराया हमको कहने लगेजो बने कभी हमदर्द हमारे वो दर्द हमको देने लगेजब लगी आग मेरे घर में तो पत्ते भी हवा देने लगेजिनसे की वफ़ा हमने वो बेवफा हमको कहने लगेजिनको दिया मरहम हमने वो ज़ख्म हमको देने लगेबचकर निकलता था काँटों से मगर फूल भी ज़ख्म देने लगेजब लगी आग मेरे घर में तो पत्ते भी हवा देने लगेबनायी जिनकी तस्वीर हमने अब चेहरा वो बदलने लगेजो रहते थे दिल में मेरे अब महलों में जाकर रहने लगे
रवा होते-होते एक दिन:रवा होते-होते एक दिनरवा होते-होते एक दिन रवा हो जायेगीयादें रह जायेंगीं, जिंदगी हवा हो जायेगीपरवान तो चढने दो, गम को उरूज तकदर्द ही दर्द की, देखना, दवा हो जायेगीतुम हर रोज मिलना मुझे, घुंघट में से झांकतेपुराने जमाने की, ये नयी अदा हो जायेगीजरूरी है फांसले मोहब्बत की रस्मों-रिवाज में वरनाहमसे खता हो जायेगी या तुमसे खता हो जायेगीखूबाँ को देखकर, कहते हैं, बस में ठसे हुए मर्ददिल में जगाह चाहिए, बैठने को भी जगाह हो जायेगी