जर्जर हौसलाजर्जर हौसला..जर्जर हौसला मरम्मत मांगता हैमुश्किल वक्त हिम्मत मांगता हैउम्र भर नेकी न की गयी मगरअब बुढ़ापे में जन्नत मांगता हैमुश्किल वक्त...वफ़ा के सौदे में वो सितमगर मुझसेशर्त में बेशर्त मोहब्बत मांगता हैमुश्किल वक्त..काफ़िर बेटों का वो खुदा-परस्त बापऔलादों के लिए मन्नत मांगता हैमुश्किल वक्त..एक रुपया नहीं निकलता उनकी जेब सेजिनके लिए माँ का दिल बरकत मांगता हैमुश्किल वक्त..
कभी हौसला भी आजमा लेना चाहिएकभी हौसला भी आजमा लेना चाहिएबुरे वक़्त में मुस्कुरा लेना चाहिएअगर सांतवे दिन भी खुजली ना मिटे तोआठवें दिन नहा लेना चाहिए
गम तो है हर एक कोगम तो है हर एक को, मगर हौसला है जुदा जुदाकोई टूट कर बिखर गया, कोई मुस्कुरा के चल दिया
रख हौसला वो मंजर भी आयेगारख हौसला वो मंजर भी आयेगाप्यासे के पास चल के समुन्दर भी आयेगाथक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिरमंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आयेगा