यूँ ना कहो कि ये किस्मत की बात हैयूँ ना कहो कि ये किस्मत की बात हैमुझे बर्बाद करने में तुम्हारा भी हाथ है
हाथ का मज़हब नहीं देखते परिंदे ! जो भी दाना दे हाथ का मज़हब नहीं देखते परिंदे जो भी दाना दे ,ख़ुशी से खा लेते हैं …!
ए काश वो किसी दिन ए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंए काश वो किसी दिए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायेंलगता है डर उन्हें तो हमराज़ लेके आयेंजो पूछना है पूछे, कहना है जो सुनाएँतौबा हमारी हम जो उन्हें हाथ भी लगाएँए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायेउन्हें इश्क ग़र ना होता पलके नही झुकातेगालों पे सोख बादल, जुल्फो के ना गिरतेकर दे ना क़त्ल हमको मासूम 92fह अदाएँए काश वो किसी दिन तनहाइयों में आयेंउनको ये राजे दिल हम महफ़िल में क्या बतायें
तू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देखतू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देखमैं तेरे हाथ पे दिल ना रख दूँ तो कहना..!
तुम्हे पाने की कोशिश तो बहुत की थी मगरतुम्हे पाने की कोशिश तो बहुत की थी मगरलोग कहते हैं तुम एक लकीर हो, जो मेरे हाथ में नही...
इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गएइश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गएतेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गएफूल बेचारे अकेले रह गए है शाख परगाँव की सब तितलियों के हाथ पीले हो गए