कुछ बातें करके वो हमें रुला के चले गएकुछ बातें करके वो हमें रुला के चले गएहम न भूलेंगे यह एहसास दिला के चले गएआयेंगे कब वो अब तो यह देखना है उम्र भरबुझ रही है वो आग जिसे वो जला कर चले गए
आगोश-ए-सितम में छुपाले कोईआगोश-ए-सितम में छुपाले कोईतन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोईसूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबांबस आज तो जी भर के रुला दे कोई
तुने तो रुला के रख दिया ए-जिन्दगीतुने तो रुला के रख दिया ए-जिन्दगीजा कर पूछ मेरी माँ से कितने लाडले थे हम..