आगोश-ए-सितम में छुपाले कोई

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आगोश-ए-सितम में छुपाले कोई
तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई
सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां
बस आज तो जी भर के रुला दे कोई

This is a great पलकों की शायरी. If you like पलकों पर शायरी then you will love this. Many people like it for रुला देने वाली शायरी. Share it to spread the love.

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