कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगा ज़रूरकभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगा ज़रूरकि हांसिल होने की उम्मीद भी नहीं फिर भी प्यार करती थी मुझे
जिस चीज़ पे तू हाथ रखे वो चीज़ तेरी होजिस चीज़ पे तू हाथ रखे वो चीज़ तेरी होऔर जिस से तू प्यार करे, वो तक़दीर मेरी हो
मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी हैमेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी हैहर दुआ में बस तेरी ही वफ़ा माँगी हैजिस प्यार को देख कर जलते हैं यह दुनिया वालेतेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार हैजुदाई के बाद भी तुम से प्यार हैतेरे चेहरे की उदासी बता रही हैमुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है
नासमझ तो वो ना थे इतनानासमझ तो वो ना थे इतनाकि प्यार को हमारे समझ ना सकेपेश किया दर्द-ए-दिल हमने नगमों मेंउसे वो सिर्फ शेर समझ बैठे
उन्हें चाहना हमारी कमज़ोरी हैउन्हें चाहना हमारी कमज़ोरी हैउनसे कह ना पाना हमारी मजबूरी हैवो क्यूँ नहीं समझते हमारी खामोशी कोक्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है