प्यार में हमारे सब्र का इम्तेहा प्यार में हमारे सब्र का इम्तेहातो देखो वो मेरी बाहोंमें सो गई रोते-रोते किसी और के लिए !
बेपनाह प्यार किया तोबेपनाह प्यार किया तोये आंसू के तोहफे मिलेबेवफाई की होती तहमारे होठो पर भी हंसी होती
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं थाआप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं थाआप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं थाजो गीत लिखे थे कभी प्यार पर तेरेवही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था
तेरी बेवफाई मे दिल बेकरार ही ना करुतेरी बेवफाई मे दिल बेकरार ही ना करुतू हुकुम दे तो तेरा इन्तेज़ार ही ना करुतू बेवफा है तो कुछ इस कद्र बेवफा करके तेरे बाद मे किसी और से प्यार ही ना करुतेरी बेवफाई मे दिल बेकरार ही ना करुतू हुकुम दे तो तेरा इन्तेज़ार ही ना करुतू बेवफा है तो कुछ इस कद्र बेवफा करके तेरे बाद मे किसी और से प्यार ही ना करु
बेटी सिर्फ बेटी नही होतीबेटी सिर्फ बेटी नही होतीआने वाले कल की तस्वीर होती हैबेटी को बोझ ना समझोबेटी तो रब की नजीर होती हैबना देती है न जाने कितने रिश्तेबेटी तो रिश्तो की जंजीर होती हैएक मे पैदा होकर दूजे की हो जातीबेटी दो कुलों की तकदीर होती हैदुःख सहकर भी सुख देती हबेटी ही खुशियों की जागीर होती हैअथाह प्यार और समर्पण है जिसमेएक बेटी ही बाप का गरूर होती है।
उस पिता से पूछो बिटिया कितनी प्यारी है उस पिता से पूछो बिटिया कितनी प्यारी है जो विदा कर बेटी को आँखें पोंछ रहा हैंबेटियो के लिए एक लाईक दोस्तो...