इश़क़ है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्मइश़क़ है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्वो भी कया र्दद ए मौहब्बत जिसमे न हासिल मात ह
इशक है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्मइशक है ऐसी दवा ज़ख्मों को देती जो जन्वो भी कया र्ददे मुहब्बत जिसमे न हासिल मात ह
फुर्सत किसे है ज़ख्मों को सरहाने कीफुर्सत किसे है ज़ख्मों को सरहाने कीनिगाहें बदल जाती हैं अपने बेगानों कीतुम भी छोड़कर चले गए हमेंअब तम्मना न रही किसी से दिल लगाने की