अब हिचकियाँ आती हैंअब हिचकियाँ आती हैं, तो पानी पी लेते हैं..ये वहम छोड़ दिया है, कि कोई याद करता है...
खुशियाँ उतनी ही खुशियाँ उतनी ही ..अच्छी .जितनी ...मुठ्ठी... में समा जाएछलकती बिखरती खुशियों कअक्सर... ज़माने ..की नजर लग जाती है....
जब टूटने लगे होसले तो बस ये याद रखनाजब टूटने लगे होसले तो बस ये याद रखनाबिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होतेढूंड लेना अंधेरों में मंजिल अपनीजुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते
फिर से मिलने का वादा तोफिर से मिलने का वादा त उनके मुँह से निकल ही गयाजब हमने जगह पुछी तो कहनेलगे ख़्वाबों में आते थे आते रहेंगे..!
मोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने सेमोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने से..!तुम सिर्फ मेरे हो इस बात का ख्याल रखना..!