भीग रहा हे जला ৼ7भीग रहा हे जला ৼ26िल मेरा इस बारिशमें फिर भी राहत नही हप्यासा रह गया मैं फिर भी इसमे पिघली हुइ तेरी चाहत नही ह
इस दुनिया में अच्छे लोगो का ही बहुमत हैइस दुनिया में अच्छे लोगो का ही बहुमत हैऐसा अगर न होता तो ये संसार नहीं होताकितने ही अच्छे हो कागज पानी के रिश्तेकागज की नावों से दरिया पार नहीं होता
काटे नहीं काट ते लम्हे इंतेज़ार केकाटे नहीं काट ते लम्हे इंतेज़ार के,नज़रें बिछएँ बैठे हैं रास्ते पे यार के,दिल ने कहा देखे जो जलवे हुसने यार के,लाया हैं उन्हे कौन फलक से उतार के..
कल तक चाँद का दाग समझते थे जिसेकल तक चाँद का दाग समझते थे जिसे..गौर से देखा तो अकेलेपन का दर्द निकला...
नन, मोहब्बत का कोई क़ुसूर नहीं, उसतो मुझसे रूठना ही था ! दिल मेरा शीशसा साफ़, और शीशे का अंजाम तो टूटना ही था