दिल तेरी याद में आहें भरता है!दिल तेरी याद में आहें भरता हैमिलने को पल पल तड़पता है मेरा यह सपना टूट न जाये कहीं बस इसी बात से दिल डरता है
जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है इन दो शब्दों में सुख बे हिसाब हैं।
र्द को बता नहीं सकार्द को बता नहीं सका, अपने प्यार को समझा नहीं सकाजिंदगी खफा हो गई हमसे, तो उसे मना न सका
तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैंतेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं, तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैंतू AdFक नज़र हम को देख ले बस, इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं..
मेरा कत्ल करने की उसकी साजीश तो देखोमेरा कत्ल करने की उसकी साजीश तो देखो.....करीब से गुज़री तो चेहरे से पर्दा हटा लिया !