दिल को किसी आहट की आस रहती हैदिल को किसी आहट की आस रहती हैनिगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती हैतेरे बिना ज़िंदगी में कोई कमी तो नहींलेकिन फिर भी तेरे बिना ज़िदगी उदास रहती है
तड़पती है आज भी रूह आधी रात कोतड़पती है आज भी रूह आधी रात कोनिकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात कोइंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरेदिल को है आस आएगी तू आधी रात को
आप सागर को एक बार मिल जाईएआप सागर को एक बार मिल जाईएइसकी मौत के आने से पहलेयह भी एक बार देख ले ज़िंदगी अपनीइस ज़िंदगी को गँवाने से पहले
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैंरात को जब चाँद सितारे चमकते हैंहम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैंआप तो चले गए हो छोड़कर हम कोमगर हम मिलने को तरसते है
मौत बख्शी है जिसने उस मोहब्बत की कसममौत बख्शी है जिसने उस मोहब्बत की कसमअब भी करता हूँ इंतज़ार बैठकर मजार में