तुम मिलो ना मिलो मिलने का गम नहींतुम मिलो ना मिलो मिलने का गम नहींतुम पास से निकल जाओ तो मिलने से कम नहींमाना कि तुम्हे कद्र नहीं हमारीपर उनसे पूछों जिन्हें हम हांसिल नहीं
अजीब सी कशिश हैं तुम मेंअजीब सी कशिश हैं तुम मेंकि हम तुम्हारे ख्यालों में खोये रहते हैये सोचकर कि तुम ख्यालों में आओगेहम दिन रात बस सोए रहते है
कुछ रोज़ यह भी रंग रहा तेरे इंतज़ार काकुछ रोज़ यह भी रंग रहा तेरे इंतज़ार काआँख उठ गई जिधर बस उधर देखते रहे
जान से भी ज्यादा उन्हें प्यार किया करते थेजान से भी ज्यादा उन्हें प्यार किया करते थेयाद उन्हे दिन रात किया करते थेअब उन राहों से गुजरा नही जाताजहाँ बैठ कर उनका इंतज़ार किया करते थे