जब होता है तुम्हारा दीदारजब होता है तुम्हारा दीदार, दिल धड़कता है बार-बारआदत से मजबूर हो तुम, ना जाने कब माँग लो उधार
तुमसा कोई दूसरा जमीन पर हुआतुमसा कोई दूसरा जमीन पर हुआतो रब से शिकायत होगीएक का तो झेला नहीं जातादूसरा आ गया तो क्या हालत होगी
कभी खुली हवा मे घुमते थेकभी खुली हवा मे घुमते थेअब "ए. सी." की आदत लगायी हैधुप हम्से सहन नही होतीहर कोई देता यही दुहाई है
होठों को छुआ उसने तोहोठों को छुआ उसने तो, एहसास अब तक हैआंखे नम हुई तो सांसो में आग अब तक हैवक़्त गुजर गया, पर उसकी याद नही गईक्या कहूं, "हरी मिर्च का स्वाद अब तक है!
मौसम बड़ा बेहाल हैमौसम बड़ा बेहाल हैसुर है, न ताल हैमैसेज बॉक्स भी कंगाल हैक्या आपकी मैसेज फैक्ट्री में भी हड़ताल है