तुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता हैतुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता हैजब भी मैं पढता हूं, मेरा दिल जोर से धड़कता हैलेकिन क्या करें, कसूर तुम्हारा नहीं हैयह मोबाइल ही 'वाईबरेशन मोड' पर चलता है
सोचता हूँ कंजूसों का एक डिपार्टमेंट बनाऊसोचता हूँ कंजूसों का एक डिपार्टमेंट बनाऊचेयरमैन की कुर्सी पर आपको बिठाऊदुनिया से आप को चंदा दिलवाऊताकि आप से कुछ मैसेज्स तो ले पाऊ
उसूल-ए-वफ़ा:उसूल-ए-वफ़ाये मोहब्बत नहीं, उसूल-ए-वफ़ा हैऐ दोस्त, हम जान तो दे देंगे मगर अपनी जान का नंबर नहीं देंगे
बेवफा तुम हो तो वफादार हम भी नहींबेवफा तुम हो तो वफादार हम भी नहींबेशर्म तुम हो तो शर्म दार हम भी नहींप्यार के इस मोड़ पर आकर कहती हो शादी शुदा होतो कुंवारे हम भी नहीं
पंख लगाकर मेरे ख्वाबों को ले जाओ कहीं दूरपंख लगाकर मेरे ख्वाबों को ले जाओ कहीं दूरनालायक रात में आते हैं, और सोने भी नहीं देते