ख्वाहिशों को जेब में रखकर निकला कीजियेख्वाहिशों को जेब में रखकर निकला कीजिये, जनाबखर्चा बहुत होता है, मंजिलों को पाने में
बेवफा तुम हो तो वफ़ादार हम भी नहीबेवफा तुम हो तो वफ़ादार हम भी नहीबेशरम तुम हो तो शरमदार हम भी नही;प्यार के इस मोड़ पर आकर कहते हो शादीशुदा होतो कुंवारे हम भी नहीं
हर गम को पाला नही जाताहर गम को पाला नही जाताकाँच की चीज़ों को उछाला नही जाताकुछ करना है तो मेहनत करोहर बात को 'आल इज वेल' कहकर टाला नही जाता
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल कोतेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल कोना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है
डाली ने डाली पर नज़र डालीडाली ने डाली पर नज़र डालीकिसी ने इस पर डालीकिसी ने उस पर डालीहमने जिसपर नज़र डालीउसके बाप ने उसकी शादी कहीं और कर डाली