नजर से दूर रहकर भी किसी की सोच में रहनानजर से दूर रहकर भी किसी की सोच में रहनाकिसी के पास रहने का तरीका हो तो ऐसा हो
मेरे दिल से निकलने का रास्ता भी न ढूंढ सकेमेरे दिल से निकलने का रास्ता भी न ढूंढ सकेऔर कहते थे तुम्हारी रग-रग से वाकिफ़ है हम
कुछ तो तन्हाई की रातों में सहारा होताकुछ तो तन्हाई की रातों में सहारा होतातुम न होते न सही ज़िक्र तुम्हारा होता