मिलने को तो हर शख्स एहतराम से मिलामिलने को तो हर शख्स एहतराम से मिलापर जो मिला किसी न किसी काम से मिला
तुम कितने दूर हो मुझसे मैं कितना पास हूँ तुमसेतुम कितने दूर हो मुझसे मैं कितना पास हूँ तुमसेतुम्हें पाना भी नामुमकिन तुम्हें खोना भी नामुमकिन
जरुरी नहीं है कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही मारा जाएजरुरी नहीं है कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही मारा जाएअंदाज बदल कर बोलने से भी बहुत कुछ टूट जाता है