करता नहीं है कोई कद्र यहाँ किसी के अहसासों कीकरता नहीं है कोई कद्र यहाँ किसी के अहसासों कीहर किसी को फिक्र है बस मतलब के ताल्लुक़ातो की
रेत पर नाम लिखते नहीं क्योंकि रेत पर लिखे नाम कभी टिकते नहींरेत पर नाम लिखते नहीं क्योंकि रेत पर लिखे नाम कभी टिकते नहींलोग कहते हैं पत्थर दिल हैं हम लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं
तोड़ दे मेरे दिल को पर इसे अपने पास तो रखतोड़ दे मेरे दिल को पर इसे अपने पास तो रखमुझे खुद से दूर ना कर मेरे मरने तक मुझे साथ तो रख
रहते हैं आसपास ही लेकिन साथ नहीं होतेरहते हैं आसपास ही लेकिन साथ नहीं होतेकुछ लोग जलते हैं मुझसे बस ख़ाक नहीं होते
तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकीतमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकीकमबख्त हमारा दिल है, कि अब भी सफर में है
दर्द गैरों को सुनाने की ज़रूरत क्या हैदर्द गैरों को सुनाने की ज़रूरत क्या है, अपने साथ औरों को रुलाने की ज़रूरत क्या हैवक्त यूँ ही कम है मोहब्बत के लिए, रूठकर वक्त गंवाने की ज़रूरत क्या है