हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सकाहम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सकामुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया
यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इंतेहायह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इंतेहाकि तेरे ही करीब से गुज़र गए तेरे ही ख्याल से
ग़म-ए-हयात ने आवारा कर दिया वर्नाग़म-ए-हयात ने आवारा कर दिया वर्नाथी आरजू तेरे दर पे सुबह-ओ-शाम करेंग़म-ए-हयात = ज़िन्दगी का ग़
किसी के पास होने का जब हर वक़्त एहसास होता हैकिसी के पास होने का जब हर वक़्त एहसास होता हैयक़ीं मानों कि यहीं मोहब्बत का आगाज होता है
कोई पत्थर की मूरत हैकोई पत्थर की मूरत है, किसी पत्थर में मूरत हैहमने देख ली दुनिया, बहुत ही खूबसूरत हैजमाना अपनी समझे पर मुझे अपनी खबर है येतुझे मेरी जरूरत है, मुझे तेरी ज़रूरत है