इस दौर में जिन्दगी बशर कीइस दौर में जिन्दगी बशर कीबीमार की रात हो गयी है।Meaningबशर - मनुष्य, मानव, आदम
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैंआ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैंजैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैंMeaningशय - ची
चरागों को आँखों में महफूज रखनाचरागों को आँखों में महफूज रखनाबड़ी दूर तक रात ही रात होगीमुसाफिर हो तुम भी, मुसाफिर हैं हम भीकिसी मोड़ पर, फिर मुलाकात होगी
हाल तो पूछ लूँ तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरीहाल तो पूछ लूँ तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरीज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है
आप की खातिर से हम करते हैं जब्त-ए-इज्तिराबआप की खातिर से हम करते हैं जब्त-ए-इज्तिराबदेखकर बेताब मुझको और घबराते हैं आपMeaning1. जब्त-ए-इज्तिराब - बेचैनी या बेकरारी पर काबू2. बेताब - व्याकुल, बेचै