कोई तो परचम ले कर निकले अपने गरेबान का "जालिब"कोई तो परचम ले कर निकले अपने गरेबान का "जालिब"चारो जानिब सन्नाटा है, दीवाने याद आते है
अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैंअब हम मकान में ताला लगाने वाले हैंपता चला हैं कि मेहमान आने वाले हैं
तेग़-बाज़ी का शौक़ अपनी जगहतेग़-बाज़ी का शौक़ अपनी जगहआप तो क़त्ल-ए-आम कर रहे हैंMeaningतेग़-बाज़ी = तलवार बाज़ी, तलवार चलान