आगही कर्ब वफ़ा सब्र तमन्ना एहसासआगही कर्ब वफ़ा सब्र तमन्ना एहसासमेरे ही सीने में उतरे हैं ये ख़ंजर सारे
मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहामैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहासब अपने अपने चाहने वालों में खो गए
चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैचाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में हैअक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है