पहिला दिवा लागेल दारी,सुखाचा किरण येईल घरी,पुर्ण होवोत तुमच्या सर्व इच्छा,तुम्हा सर्वांना दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा!
जोत जली लड़ी लगी हुआ रौशन घर हमाराछाया हुआ था जो अबतक अंधेराउसे सबने मिलकर दूर भगायादेखो कैसे जगमग करते हैदिवाली इसे ही तो कहते है।शुभ दिवाली !
जिस बाग़ में गुलाब ना होवहाँ जाना बेकार हैजिसके दिल में प्यार ना होउससे दोस्ती करना फ़िज़ूल हैबिज़ी तो हम भी है यारोंपर जो दिवाली की ना दे बधाईवो महा कंजूस है।शुभ दिवाली !
स्नेह समर्पण और सुरक्षा का हर मन मे भाव जगानाहर आंगन मे बांट के खुशिया हर ऐक चित्त को हरसानामन के दीप जलाओ पहले फिर तुम घर-घर दीप जलानातभी सही अर्थो मे दीपो का ये त्योहार मनाना…
फिर से मर्यादा के राम मन मन्दिर लौट आयेफिर से सकल संसार घी के दीपक जलायेहर ऐक आंख मे बस खुशियो का काजल होदीपो की लडियो सा ताज ये जीवन उज्ज्वल हो…
दीपो का त्योहार ह्रदय मे उम्मीदे भर जायेसुरभित हो जाये जीवन हर इक मन हरसायेखुशियो की अनमोल घडी हर आंगन मे आयेये दीवाली ताज ऐसी सारा संसार मनाये…
हो परिवार धरती सारी ना कोई हो परायामिटा दे सरहदो की जंग बन जाये हमसायाकोई ना भूखा सोये जाये ना दर से खालीइस बार विश्व ऐसी मनाये दीवाली…
दीवाली है रौशनी का त्यौहार,लाये हर चेहरे पर मुस्कान,सुख और समृधि की बहार ,समेट लो सारी खुशियाँ,अपनों का साथ और प्यारइस पावन अवसर परआप सभी को दीवाली का प्यार..Shubh deepavali.
हो मुबारक ये त्यौहार आपको दीपावली काज़िन्दगी का हर पल मिले आपको खुशहाली काप्यार के जुगनू जले, प्यार की हो फुलझड़ियाप्यार के फूल खिले, प्यार की हो पंखुड़ियाप्यार की बंसी बजे, प्यार की हो शहनाईया…खुशियो के दीप जले, दुःख कभी न ले अंगड़ाईयां आपको और आपके परिवार को दिवाली की हार्दिक बधाईया.
पर्व है पुरुषार्थ का,दीप के दिव्यार्थ का,देहरी पर दीप एक जलता रहे,अंधकार से युद्ध यह चलता रहे,हारेगी हर बार अंधियारे की घोर-कालिमा,जीतेगी जगमग उजियारे की स्वर्ण-लालिमा,दीप ही ज्योति का प्रथम तीर्थ है,कायम रहे इसका अर्थ, वरना व्यर्थ है,आशीषों की मधुर छांव इसे दे दीजिए,प्रार्थना-शुभकामना हमारी ले लीजिए!!झिलमिल रोशनी में निवेदित अविरल शुभकामनाआस्था के आलोक में आदरयुक्त मंगल भावना!!!Shubh diwali.
दिवाली रोज मनाएंफूलझड़ी फूल बिखेरेचकरी चक्कर खाएअनार उछला आसमान तकरस्सी-बम धमकाएसांप की गोली हो गई लम्बीरेल धागे पर दौड़ लगाएआग लगाओ रॉकेट को तोवो दुनिया नाप आएटिकड़ी के संग छोटे-मोटेबम बच्चों को भाएऐसा लगता है दिवालीहम तुम रोज मनाएं।Happy deepavali.
जगमग दिये की तरह, जलते रहो तुम सारी उम्रमन में छुपे अंधेरों को, खलते रहो तुम सारी उम्ररौशनी की रात आई है, खुशियों की सौगात लाई हैदेखो आज ज़मीन पर यूँ, सितारों की बारात आई हैदिवाली के पटाखों की तरह, दर्द के छाले फोड़ दोहो बुराई जितनी भी मन में, आज तुम सब छोड़ दोआओ बनाएं एक नया जहां, ना रहे कोई मजबूर जहाँजगमगाते रहे यूँही हम सब, दुखों का हो फिर दूर जहांदीपावली के मौके पर, स्वच्छता की शपथ ले हमअपने प्यारे भारतवर्ष में, एकता की शपथ ले हम