फिर से मर्यादा के राम मन मन्दिर लौट आये

SHARE

फिर से मर्यादा के राम मन मन्दिर लौट आये
फिर से सकल संसार घी के दीपक जलाये
हर ऐक आंख मे बस खुशियो का काजल हो
दीपो की लडियो सा ताज ये जीवन उज्ज्वल हो…

SHARE