चाँद के पलंग पर, तारों की रजाई होगी; अब सो जा मेरे दोस्त, वर्ना मम्मी से पिटाई होगी; दुआ है कि सुबह की अंगड़ाई में ख़ुशी समाई होगी; और जिंदगी की खुशियों ने बाहें फैलाई होगी। शुभ रात्रि!
जीवन के हर मोड़ पर सुनहरी यादों को रहने दो; जुबां पर हर वक्त मिठास रहने दो; ये अंदाज है जीने का; ना रहो उदास और ना किसी को रहने दो। शुभ रात्रि!
लोग कहते हैं, अगर अच्छे लोगों को याद किया जाए तो वक़्त और रात दोनों बहुत अच्छे गुज़रते हैं; इसीलिए मैंने सोचा आप को मेरी याद दिला दूँ। शुभ रात्रि!
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है; मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है; यूं ही नहीं होता है सवेरा; सुबह होने के लिए रात भर सोना पड़ता है! शुभ रात्रि!
हम वक़्त नहीं जो गुज़र जाएंगे; हम मौसम नहीं जो बदल जाएंगे; हम तो वो आंसू है; जो ख़ुशी और ग़म दोनों में नज़र आएंगे। शुभ रात्रि!
वो सो जाते हैं अक्सर हमें याद किए बगैर; हमें नींद नहीं आती उनसे बात किए बगैर; कसूर उनका नहीं, कसूर तो हमारा है; उन्हें चाहा भी तो उनकी इजाज़त लिए बगैर। शुभ रात्रि!
दुनियां जिसे नींद कहती है; जाने वो क्या चीज़ होती है; आँखें तो हम भी बंद करते हैं; और वो आपसे मिलने की तरकीब होती है। शुभ रात्रि!
कब उनकी पलकों से इज़हार होगा; दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा; गुज़र रही है रात उनकी यादो में; कभी उनको भी हमारा इंतज़ार होगा। शुभ रात्रि!
चाँद का रंग है White; रात को चमकता है Bright; हमको देता है मस्त Light; मैं कैसे सो जाऊं, आपको बिना कहे Good Night। शुभ रात्रि!
चाँद ने कर दिया है तारों को Invite; सूरज ने पकड़ ली है सुबह की Flight; भगवान को याद कर लो और बंद कर दो Light; मेरी तरफ से आपको एक प्यारा सा Good Night! शुभ रात्रि!
लोग कहते हैं रातों को सोकर सुकून मिलता है; हम वो वक़्त भी किसी की यादों में बिता देते हैं। शुभ रात्रि!
छोड़ देंगे एक दिन तुमसे मोहब्बत करना, यह वादा है मेरा; ज़रा ज़िंदगी का सांसों से रिश्ता तो टूटने दे। शुभ रात्रि!