1000 लड़कियां सदमे से मर गईऔर 500 कौमा में चली गई क्युंकि,किसी बेवकूफ ने अफवाह फैला दी थी कि…“gst मतलब girls selfie tax”
अगर आज श्री कृष्ण होते तो अर्जुन को जीएसटी कैसे समझाते?जीएसटी सारहे पार्थ...परिवर्तन संसार का नियम है,जो कल तक sales tax था, आज vat है, कल gst होगा।तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो? जो लिया वो customer से लिया, जो कमाया वो सरकार को दिया और बचा वो पत्नी को दे दिया।हे पार्थ, तुम्हारे पास पहले भी कुछ नहीं था, आगे भी कुछ नहीं रहेगा।इसलिए तुम व्यर्थ में gst से डरते हो।
मेरी पत्नी 2 दिनों से टिण्डे की सब्जी बनाकर खिला रही है,मैं इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा कर सकता हूँ क्या?
मेरी रूह का परिंदा फड़फड़ाये,लेकिन सकून का जजीरा मिल न पाए।प्रश्न: इस कविता में, कवि कहाँ है और क्या कर रहा है?उत्तर: इस कविता में कवि हाईवे पर है और शराब की दुकान ढूंढ रहा है।